धनकेश्वर महादेव मंदिर, धानता | Dhankeshwar Mahadev Mandir, Dhanta
सांचौर नगर से 15 किलोमीटर दूर भीनमाल रोड पर स्थित धानता गांव में वर्षों पुराना शिव मंदिर "धनकेश्वर महादेव मंदिर" स्थित है। यह स्थान शिव आराधना का पावन स्थल है।
वर्तमान में देवपुरी जी महाराज गादीपति हैं। मंदिर परिसर में लगे शिलालेख के अनुसार, धानता की पावन धरा वर्षों पहले शिव मठ के रूप में विख्यात थी। यहां पर अनेक ऋषियों ने तपस्या की थी। इसी क्रम में जेतपुरी महाराज तीर्थाटन में विचरते हुए पधारे एवं धानता गांव में संध्या वंदन करते हुए उन्होंने 12 वर्ष कठोर तपस्या की थी। एक दिन रात्रि में स्वप्न में महादेव जी ने दर्शन दिए। उस दिन कार्तिक वदी 12, वि.सं. 1718, धनतेरस का दिन था। इस कारण यह स्थान "धनकेश्वर महादेव मंदिर" से विख्यात हुआ।
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Dhankeshwar Mahadev Mandir, Dhanta |
उस समय राव बल्लू का सांचौर परगने पर शासन था एवं राव बल्लू जेतपुरी महाराज के शिष्य थे। राव बल्लू ने श्री चरणों में 84 गांवों का कटाला एवं एक बिलौना देने का ताम्रपत्र दिया। उस समय जोधपुर में महाराज अभयसिंह का शासनकाल था।
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परमपूज्य श्री 1008 जेतपुरी महाराज के उत्तराधिकारी निम्न प्रकार रहे - वि.सं. 1799 में महंत श्री दामोदरपुरी जी, वि.सं. 1808 में महंत श्री रत्नपुरी जी महाराज, महंत श्री राजूपुरी जी महाराज, महंत श्री खेमपुरी जी महाराज (आपने जीवित समाधि वि.सं. 1925 में ली थी), महंत श्री लघुपुरी जी महाराज, महंत श्री सोमपुरी जी महाराज, महंत श्री चेतनपुरी जी महाराज, महंत श्री शंभुपुरी जी महाराज, वि.सं. 2040 में महंत श्री हिरापुरी जी महाराज एवं वर्तमान समय में इस पावन तपस्या स्थली पर परमपूज्य श्री देवपुरी जी महाराज विराजमान हैं।
उत्तराधिकार परंपरा:
परमपूज्य श्री 1008 जेतपुरी महाराज के उत्तराधिकारी इस प्रकार रहे –
- महंत श्री दामोदरपुरी जी (वि.सं. 1799)
- महंत श्री रत्नपुरी जी (वि.सं. 1808)
- महंत श्री राजूपुरी जी
- महंत श्री खेमपुरी जी (जीवित समाधि, वि.सं. 1925)
- महंत श्री लघुपुरी जी,
- महंत श्री सोमपुरी जी,
- महंत श्री चेतनपुरी जी,
- महंत श्री शंभुपुरी जी
- महंत श्री हिरापुरी जी (वि.सं. 2040)
- वर्तमान गादीपति: परम पूज्य श्री देवपुरी जी महाराज